नारियल पानी के फायदे और नुकसान ( Health Benefits of Coconut water and Side Effects ) कोकोनट वोटर यानी नारियल पानी जी हां कुदरत की बनायी हुई नायाब चीज। नायाब इस लिए हे क्यों की यह दिखने में तो एक साधारण पानी के समान ही हे मगर इस में मौजूदा पोषकतत्व यानी Nutritions की बात की जाए तो कई तरह के फलो और पौस्टिक खाद्य पदार्थो को यह पीछे छोड़ने में सक्षम हे। नारियल पानी टेस्ट में भी लाजवाब होता हे और हमारे स्वास्थ के लिए भी लाजवाब हे। नारियल पानी आसानी से हमें हर जगह उपलब्ध होता हे। और समुन्दर के किनारे ये बहोत पाया जाता हे। समुन्दर के किनारे पर बैठ कर नारियल पानी पीने का मजा ही कुछ और हे। चाहे सुबह हो या शाम सुबह में जब सूरज उग रहा हो तब और शामको जब सूरज ढल रहा हो तब उस वक़्त समुन्दर किनारे जो सुन्दर नज़ारा बनता हे उसे देखते देखते नारियल पानी पीने का मज़ा ही अलग हे। ऐसा लगता हे जैसे की हम स्वर्ग का अनुभव कर रहे हो। समुन्दर के किनारे बैठकर ठंडी ठंडी हवा खाते हुए लेहरो के साथ नारियल पानी पीने से हमारा मूड भी फ्रेश हो जाता हे और हम एकदम तनाव मुक्...
हेयर ट्रांसप्लांट क्या हे और उसके फायदे और नुक्सान - Hair Transplant benefits and side effects in Hindi
हेयर ट्रांसप्लांट क्या हे और उसके फायदे और नुक्सान - Hair Transplant benefits and side effects in Hindi
हेयर ट्रांसप्लांट एक प्रकार की सर्जरी हे। लेकिन सर्जरी का नाम सुनके आप बिलकुल न गभराये ये कोई बड़ी चीरफाड़ वाली सर्जरी बिलकुल नहीं जैसा आप सोच रहे हे। इसमें सिर्फ आपके सर के पीछे के हिस्से से बालो के रूटस को निकालकर आपके बाल्ड एरिया पे यानि जहा पर गंजापन हो जहा बाल न हो वह जगह पर लगाए जाते हे। हमारे बालो को प्रत्यारोपित किया जाता हे। अगर आपके सर के पीछे के हिस्से में उतने बाल न हो (उसे डोनर एरिया भी कहा जाता हे ) जितने आम तोर पर होने चाहिए ऐसेमे आपके शरीर के अन्य जगह से भी बाल लिए जा सकते हे जैसे की हाथ ,पैर या दाढ़ी जैसे जगह से भी बाल निकालकर सर में प्रत्यारोपण कर सकते हे। और यही बालो के प्रत्यारोपण की प्रक्रिया को हेयर ट्रांसप्लांट ( Hair Transplant ) कहते हे।
क्या हेयर ट्रांसप्लांट करवाना सही हे फायदेमंद हे ?
हेयर ट्रांसप्लांट करवाना बिलकुल फायदेमंद हे। हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से आपके सर पर फिरसे बाल आजाते हे और आपका गंजापन दूर हो जाता हे। बस शर्त यह हे की आपने किसी अच्छे क्लिनिक और अच्छे डॉक्टर के पास से ट्रांसप्लांट करवाया हो।
आज के ज़माने में हेयर ट्रांसप्लांट एक कॉमन सी चीज़ हो गई हे। यह करवाना थोड़ा मेहंगा तो हे लेकिन इतना भी मेहंगा नहीं की आप करवा ही न सके। आज कल ऐसे कितने क्लिनिक हे जो अच्छे डिस्काउंट में या किसी ऑफर पर आपको कम दाम में भी आपका हेयर ट्रांसप्लांट कर देते हे। इस लिए आप भी अगर हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के बारे में सोच रहे हो तो पहले आप कुछ अच्छे क्लीनिक को सर्च कर उन्हें शॉर्टलिस्टेड कीजिये फिर एक बार उनसे कन्सल्टेशन ज़रूर कीजिये।
ज्यादातर क्लिनिक में कन्सल्टेशन फ्री होता हे। और जो आपको अच्छा लगे जिनके डॉक्टर्स वेल एक्सपीरियंस हो और आपके बजेट के अनुसार जो क्लिनिक आपको अच्छा लगे वहा से आप अपना हेयर ट्रांसप्लांट करवा सकते हे।
अगर आपके सर पे से सिर्फ थोड़े ही बाल जड़ गए हो और ज्यादा बाल्डनेस न लग रही हो तो आप हेयर ट्रांसप्लांट करवानी की जल्दबाज़ी बिलकुल न करे। क्यों की हेयर ट्रांसप्लांट कोई बार बार करवाने वाली चीज नहीं हे के हर दो तीन साल में करवाए। इस लिए आपके सर के बहोत सारे बाल जड़ गए हो तो ही हेयर ट्रांसप्लांट के बारेमे सोचे।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से पहले ध्यान रखने वाली कुछ बाते ( कुछ ज़रूरी सूचनाए )
1. आप जो भी क्लिनिक से हेयर ट्रंसप्लांट करवाना चाह रहे हो उस क्लिनिक के पुराने पेशेंट से यानि जो लीग वहा से हेयर ट्रांसप्लांट करवा चुके हो उनसे ज़रूर मिले और उनकी राय जरूर ले की क्या उन्हें अच्छा रिजल्ट मिला हे या नहीं। क्या वह रिजल्ट से सेटसफाई हे।
2. जिस भी क्लिनिक से आप अपना हेयर ट्रांसप्लांट करवाना चाह रहे हो क्या वहा के डॉक्टर्स जेन्युन और वेल एक्सपीरियन्स हे।
3. ऐसे ही क्लिनिक का चुनाव करे जो थोड़े पुराने हो जिन्हो ने पहले भी सफल हेयर ट्रांसप्लांट किये हो। एक दम नए क्लिनिक से करवाना बुरी बात नहीं पर उस पर हमें जल्दी भरोसा नहीं आता।
4. अगर आपको किसी भी तरह की बीमारी हो जैसे की डायबिटीज़ या ब्लड प्रेशर या अन्य कोई , तो आप जहा से भी हेयर ट्रांसप्लांट करवा रहे हो वहा के डॉक्टर से अपनी बीमारी के बारेमे ज़रूर बताये डॉक्टर से कुछ भी छुपाना नहीं चाहिए। क्यों की आप पुरी तरह से स्वस्थ नहीं होंगे या आपका बीपी भी अगर नोर्मल नहीं होगा तब तक आपका हेयर ट्रांसप्लांट नहीं हो सकता।
हेयर ट्रंसप्लांट के लिए अपनाने जाने वाली तकनीक
1. FUE ( फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रेक्शन )
2. FUT ( फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन )
अब हम जानेंगे की यह FUE और FUT आखिर होता क्या हे।
1. FUE ( फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रेक्शन ) में आपके पीछे के डोनर एरिया से बालो को यानि बालो के रुट को निकालकर बाल्डनेस एरिया पर लगाया जाता हे। डॉक्टर के पास एक ऐसी छोटी मशीन जैसा होता हे जिससे हमारे बालो के रूट्स ( ग्राफ्ट्स ) को निकाला जाता हे। इसमें और किसी तरह का कट लगाने की ज़रूरत नहीं होती। इसे FUE तकनीक कहा जाता हे।
2. FUT ( फॉलिक्युलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन ) में हमारे डोनर एरिया में से कट लगाकर एक फुल स्ट्रिप निकाली जाती हे। और फिर उसमे से ग्राफ्ट्स को अलग कर हमारे सर के बाल्ड एरिया पर लगाया जाता हे। इस तकनीक को FUT तकनीक कहते हे। निचे दिखाई गई तस्वीर को देखकर आपको समज आ जायेगा की FUE और FUT किस प्रकार होता हे।
हेयर ट्रांसप्लांट एक सिंपल सा प्रोसीजर हे इसमें आपको किसी प्रकार का दर्द या ज्यादा तकलीफ नहीं जेलनि पड़ती है सिर्फ एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगते वक़्त सिर्फ माइनर सा पैन होता हे। हेयर ट्रांसप्लांट एक दिन में भी हो जाता हे अगर आपको कम ग्राफ्ट्स लगवाने हो तो और अगर आपको ज्यादा बाल्डनेस हे जिसे ठीक करने में आपको ज्यादा ग्राफ्ट्स की ज़रूरत पड़े तो उसमे दो से तीन दिन भी ट्रांसप्लांटेशन चल सकता हे। हेयर ट्रांसप्लांट पुरुष हो या महिला कोई भी करवा सकता हे।
हेयर ट्रांसप्लांट की ज़रूरत हमें इस लिए पड़ती हे क्यों की हमारे सर के बहोत बाल ज़ड चुके होते हे। मगर यह बाल जड़ने के कई कारन हो सकते हे जैसे की आपके परिवार में माँ बाप के बाल जल्दी जड़ चुके हो इसे अनुवांशिक गंजापन भी कहते हे। या फिर आप अच्छे Nutritions वाली खुराक न लेते हो जिस वजह से आपके बालो को पोषकतत्व नहीं मिलते और वह पतले हो कर जड़ने लगते हे। या फिर कोई अन्य बीमारी के कारन भी बाल जड़ सकते हे। आईये अब हम जाने की हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से हमें क्या क्या लाभ और नुकसान हो सकते हे।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के फायदे ( Benefits of Hair Transplant )
हम अधिक सुन्दर और हैंडसम दीखते हे
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से हमारा गंजापन दूर हो जाता हे और हमारे सर पर फिरसे बाल आजाते हे जिससे हम सुन्दर दिखने लगते हे। जरा सोचिये की आपके सर पर बाल ही न हो या बहोत कम गिने चुने बाल हो तो आप कैसे दिखेंगे। आप जब आईने में अपनी शकल देखेंगे तो आपको ही अच्छा नहीं लगेगा तो दुसरो को आप कैसे अच्छे लगेंगे। इस लिए हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से हमारा सर फिरसे बालो से हरा भरा हो जाता हे। और अच्छे और घने बाल होने से हम हैंडसम नज़र आते हे।
हम पहले से भी जवान दिखने लगते हे
आपने देखा होगा की जिनके सर के बाल जड़ गए हो या बाल कम होने की वजह से वह अपनी उम्र से भी अधिक उम्र के लगने लगते हे। अगर आपकी उम्र 30 साल की हे और आपके सर के बाल चले गए हे तो आप 40 की उम्र के नज़र आएंगे। लेकिन अगर आपके सर पर बाल हे अगर आपने हेयर ट्रांसप्लांट करवाया हे तो आप अपनी उम्र से भी जवान दिखेंगे। अगर आपकी उम्र ज्यादा हो तो भी आप कम उम्र के और यंग लगेंगे।
हम कॉन्फिडन्स ( आत्मविश्वास ) से भरे हुए रहते हे
सर पर बाल कम होने की वजह से या बाल्डनेस की वजह से हमे किसी से मिलने में या किसी पार्टी या फंक्शन में भी जाने से हिचखिचाहट होती हे की हम कैसे दिखेंगे। हम कितने भी अच्छे कपडे पहने या मेकप का सहारा ले लेकिन जो सबसे ज़रूरी हे वह तो हमारे सर के बाल ही हेना सर के बाल हमारा सर का क्राउन हे यानी सर का ताज समान हे उसके बिना हम बिलकुल अच्छे नहीं दीखते। और सर पर बाल ना होने की वजह से हमारा आत्मविश्वास भी कम हो जाता हे। लेकिन अगर हमारे सर के ऊपर फिरसे बाल आजाये तो हमारे आत्मविश्वास में चार चाँद लग जाते हे। और हम हर जगह कॉन्फिडेंस से भरे हुए रहते हे।
गंजापन दूर हो जाता हे जिसके कई फायदे हे
अगर हमारे सर पर बाल न हो और हम गंजेपन का शिकार हुए हो तो हमें कई लोग कई तरह के बेहूदा शब्दों का इस्तमाल कर हमें चिडाते हे जो बिलकुल गलत हे। और सर पर बाल न होने की वजह से (गंजेपन ) की वजह से कितने ऐसे लोग हे जिनकी शादी नहीं हो रही होती या गंजेपन की वजह से उनकी शादी में रुकावट आती हे उन्हें कोई जल्दी पसंद नहीं करता। मगर हेयर ट्रांस्पलेंट करवा लेने से इन सारी परेशानियों का हल हो सकता हे। और हमें एकदम नेचरल लुक भी मिलता हे कोई बताह ही न सके की इसने बालो का ट्रांसप्लांट करवाया हे।
हेयर ट्रांसप्लांट से होने वाले नुक्सान ( Side Effects of Hair Transplant )
सूजन ( स्वेलिंग ) आजाती हे
हेयर ट्रांसप्लांट करने के वक़्त हमें एनेस्थीसिया दिया जाता हे। जिससे डोनर एरिया से बालो को निकालने पर और उसे बाल्ड एरिया पर लगाते वक़्त हमें बिलकुल दर्द न हो। लेकिन ऐसे बहोत सारे ग्राफ्ट्स को निकालने और लगाने की वजह से हमारे सर और चेहरे पर जयादा करके आँखों के ऊपरी हिस्से पर सूजन आजाती हे। मगर घभराईये नहीं यह सूजन हमेशा के लिए नहीं रहती यह बस कुछ ही दिनों तक रहती हे फिर वह अपने आप ही कम हो जाती हे।
सर में खुजली आना
हेयर ट्रांसप्लांट के बाद हमें जहसे बाल निकले गए हो और जिस जगह पर लगाए गए हो वहा पर हमें खुजली होती हे और बार बार वह पर खुजाने का मन करता हे। मगर ऐसा हमें नहीं करना चाहिए क्योकि खुजली करने से हमें लगाए हुए ग्राफ्ट्स डेमेज भी हो सकते हे।
इन्फेक्शन का खतरा रहता हे
हेयर ट्रांसप्लांट करवा लेने के बाद हमें जो डॉक्टर ने जो दवाई दी हो और जो सलाह दी हो उस पर अच्छे से ध्यान देना चाहिए। ट्रांसप्लांट करवाने के तुरंत बाद बहार गुमने फिरने न जाये हो सके उतना घर पर ही रहे क्यों की नई नई सर्जरी हुई हो उसमे आप तुरंत बहार घूमे फिरे तो बहार की धूल मिटटी और अन्य चीजों की वजह आपको संक्रमण यानि इन्फेक्शन होने का खतरा रहता हे इस लिए कुछ दिनों तक घर पर ही रहे और अगर बहार जाना भी हे तो अपने सर पर कुछ स्काप या रुमाल वगेरा बांधे या किसी अच्छी टोपी ( कैप ) का भी सहारा ले सकते हे।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाते वक़्त हमें ब्लीडिंग भी हो सकती हे
ट्रांसप्लांट करवाते वक़्त जब बालो को निकालकर आगे लगाया जाता हे उस वक़्त थोड़ी सी तो ब्लीडिंग होती हे। लेकिन इसमें कोई इतना घभराने की ज़रूरत नहीं क्यों की कोई भी सर्जरी हो उसमे थोड़ा तो ब्लड जाता ही हे। लेकिन ट्रांसप्लांट के दौरान डॉक्टर्स अवेलेबल होते हे अगर ज्यादा ब्लीडिंग हुई तो डॉक्टर आपको कोई दवाई या इंजेक्शन दे कर सिचुएशन को संभाल लेते हे।
हेयर ट्रांस्पलेंट करवाने के बाद उसका रिजल्ट आने में कितना वक़्त लगता हे ?
हेयर ट्रांसप्लांट का रिजल्ट पर्सन टू पर्सन वेरी करता हे। यानी हर आदमी या महिला को अच्छा रिजल्ट मिलने में अलग अलग समय लगता हे। किसी किसी को 8 से 9 महीने में अच्छा रिजल्ट मिल जाता हे तो किसी को एक से देढ़ साल लग जाता हे। जनरली देखा जाए तो हेयर ट्रांसप्लांट का रिजल्ट आने में एक से देढ़ साल लग ही जाता हे। किसी को इससे भी अधिक वक़्त लग जाता हे अच्छे से बाल आनेमे। और यह इस लिए होता हे क्यो की हम सब की बॉडी एक जैसी नहीं होती।
हेयर ट्रांसप्लांट करवाने के कुछ ही दिनों में हमें जो भी बाल लगाए गए हे वह सारे फिरसे गिर जाते हे और फिरसे हमारी बाल्डनेस नज़र आने लगती हे। मगर गभराइये नहीं उन बालो को तो गिरना ही होता हे ,सिर्फ बाल गिर जाते हे मगर जो रूट्स होते हे वह हमारे सर के अंदर ही रहते हे। बालो के गिर जाने की इस प्रक्रिया को शेडिंग फेस भी कहते हे। फिर उन रुट में से नए बाल उगने शुरू होते हे जो की लम्बे समय तक हमारा साथ नहीं छोड़ते।


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